5 Simple Statements About hanuman chalisa Explained

Yama, Kubera along with the guardians on the 4 quarters; poets and scholars – none can Specific Your glory.

हनुमान चालीसा लिरिक्स

सदा रहो रघुपति के दासा ॥३२॥ तुह्मरे भजन राम को पावै ।

हरिओम शरण की मधुर आवाज में हनुमान चालीसा

Conditions will likely be ended; all pains will likely be gone each time a devotee repeatedly repeats Hanuman the brave’s identify.

व्याख्या – श्री हनुमान जी महाराज राम के दुलारे हैं। तात्पर्य यह है कि कोई बात प्रभु से मनवानी हो तो श्री हनुमान जी की आराधना करें।

व्याख्या– ‘पिताँ दीन्ह मोहि कानन राजू‘ के अनुसार श्री रामचन्द्र जी वन के राजा हैं और मुनिवेश में हैं। वन में श्री हनुमान जी ही राम के निकटतम अनुचर हैं। इस कारण समस्त कार्यों को सुन्दर ढंग से सम्पादन करने का श्रेय उन्हीं को है।

◉ श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, हनुमान जन्मोत्सव, मंगलवार व्रत, शनिवार पूजा, बूढ़े मंगलवार और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से गाये जाने वाला चालीसा है.

kāndheKāndheShoulder mūnjiMūnjiMunja grass janeūJaneūSacred thread sājaiSājaiAdorn Which means: You have the vajrayudha (mace) and flag/banner with your arms; sacred-thread made from the munja grass decorates your shoulder.

भावार्थ – माता जानकी ने आपको वरदान दिया है कि आप आठों प्रकार की सिद्धियाँ (अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, वशित्व) और नवों प्रकार की निधियाँ (पद्म, महापद्म, शंख, मकर, कच्छप, मुकुन्द, check here कुन्द, नील, खर्व) प्रदान करने में समर्थ होंगे।

व्याख्या– राजपद पर सुकण्ठ की ही स्थिति है और उसका ही कण्ठ सुकण्ठ है जिसके कण्ठपर सदैव श्री राम–नाम का वास हो। यह कार्य श्री हनुमान जी की कृपा से ही सम्भव है।

सत्संग के द्वारा ही ज्ञान, विवेक एवं शान्ति की प्राप्ति होती है। यहाँ श्री हनुमान जी सत्संग के प्रतीक हैं। अतः श्री हनुमान जी की आराधना से सब कुछ प्राप्त हो सकता है।

Obtaining polished the mirror of my heart With all the dust of my Guru’s lotus toes, I recite the divine fame of the best king of your Raghukul dynasty, which bestows us While using the fruit of all 4 initiatives.

This act is perhaps his most famous amid Hindus.[fifty three] A chunk of this mountain was stated to acquire fallen down as well as current day "Forts Purandar and Vajragad" are thought for being the fallen pieces.

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